गौहत्या पर प्रतिबंध के लिए देश में बने सख्त कानून: शाही इमाम
नई दिल्ली। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने देश में साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारे को कायम रखने के लिए गौहत्या पर पाबंदी लगाने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है। बुखारी ने आज यहां एक बयान में कहा कि दादरी के बिसाहड़ा गांव की घटना में शामिल साम्प्रदायिक तत्व इसे हिन्दू-मुस्लिम मसला बनाकर पेश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश प्रशासन साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है और कुछ लोगों को वहां जाने दिया गया जिससे माहौल खराब हुआ।
नई दिल्ली। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने देश में साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारे को कायम रखने के लिए गौहत्या पर पाबंदी लगाने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है। बुखारी ने आज यहां एक बयान में कहा कि दादरी के बिसाहड़ा गांव की घटना में शामिल साम्प्रदायिक तत्व इसे हिन्दू-मुस्लिम मसला बनाकर पेश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश प्रशासन साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है और कुछ लोगों को वहां जाने दिया गया जिससे माहौल खराब हुआ।
उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में भी इसी तरह माहौल खराब किया गया था, जिससे वहां भयंकर दंगा हुआ था। उत्तर प्रदेश सरकार और साम्प्रदायिक तत्वों के बीच सांठगांठ होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में माहौल खराब है। शाही इमाम ने कहा कि आज तक किसी भी मुस्लिम नेता ने देश में गौहत्या का समर्थन नहीं किया है, बल्कि मुसलमानों को हमेशा यह समझाया है कि हिन्दू समुदाय की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए इससे दूर रहना चाहिए।
पुलिस की भूमिका पर भी संदेह खड़ा किया
उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी पाबंदी के बावजूद अगर गाय काटने की घटना होती है तो उसमें पुलिस की भी भूमिका होती है। बुखारी ने पूरे मुल्क में गौहत्या पर पाबंदी के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए कहा कि इसके तहत गौहत्या करने के लिए गाय बेचने, मारने और इसमें मदद करने वाले लोगों के खिलाफ एक समान सख्त सजा का प्रावधान होना चाहिए। इससे देश में आपसी भाईचारे को कायम रखा जा सकेगा।